हैदराबाद: हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले फाइन आर्ट्स फर्स्ट इयर के छात्र एन प्रवीण कुमार ने अपने होस्टल रूम में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उसके शव को रूम नंबर 204 में 4 बजे सुबह लटकता हुआ पाया गया. मौके से पुलिस को किसी भी तरह का सुसाइड नोट प्राप्त नहीं हुआ है. वही इंस्पेक्टर ने बताया,’उसके रूममेट के अनुसार उस रात वह अपने दोस्त के कमरे में सो गया था इसलिए प्रवीण कमरे में अकेला था.
उन्होंने कहा, सुबह के 4.30 मिनट पर वह अपने कमरे में गया पर दरवाजा अंदर से बंद था. खटखटाने के बाद भी जब प्रवीण ने दरवाजा नहीं खोला तब अन्य लड़कों के साथ मिलकर किसी तरह दरवाजा खोला. घटनास्थल से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. आत्महत्या के कारणों का अभी कोई पता नहीं चला है.
चीफ हेल्थ ऑफिसर डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया,’छात्र के शव को अस्पताल लाया गया पर तब तक मौत हो चुकी थी. प्रवीण मध्यमवर्गीय परिवार का था. उसके पिता नरसिम्हुलु बीएसएनएल में काम करते हैं और परिवार हैदराबाद के महबूबनगर जिले के शादनगर स्थित जवाहरनगर कालोनी में रहता है. प्रवीण के भाई एन नवीन ने कहा कि गुरुवार को फोन पर उसने सामान्य तरीके से ही बात की थी किसी भी परेशानी के बारे में नहीं बताया.
मौके से पुलिस ने दो नोटबुक, एक लैपटॉप, दो सेलफोन बरामद किया. एक नोटबुक में 9 सितंबर को उसने अपने कुछ विचार लिखे थे,’मैं अच्छे से पढ़ने में असमर्थ क्यों हूं? मैं हर चीज से क्यों डरता हूं? मैं किसी के साथ क्यों नहीं मिल पाता? जब मैं आज डिपार्टमेंट में गया तो एक छात्र ने मुझे विश किया पर मैं उसका जवाब सही से नहीं दे पाया, मैं ऐसा क्यों हूं? मुझे अच्छे से पढ़ना होगा नहीं तो मेरी जिंदगी का कोई मतलब नहीं. मैं हमेशा दुखी क्यों रहता हूं? मुझे ऐसा क्यों लगता है कि मैं अकेला हूं?’