सावन के महीने में अमरनाथ स्थित पवित्र हिमलिंग दर्शन के लिए श्रद्धालु यहां आते हैं और हर कोई वह एक बार जाने की इच्छा जरूर रखते हैं. आज हम आपको अमरनाथ की गुफा के बारें में कुछ रहस्यों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें अपने आज तक नहीं सुने होंगे. ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव ने इस स्थान पर रुक कर आराम किया था और उन्होंने अपने बैल नंदी को भी इसी जगह छोड़ दिया था.
इसके बाद जो रास्ते में शेषनाग झील पड़ती है वंहा पर भगवान शिव ने अपने गले से सांपों को भी उतार दिया था. गणेश जी को उन्होंने महागुणस पहाड़ पर छोड़ दिया था. इसके बाद पंचतरणी नाम की जगह पर पहुंचकर भगवान शिव ने पांचों तत्वों को भी त्याग दिया था. ऐसा भी कहा जाता है कि इस जगह भगवान शिव ने पार्वती को अमरता का मंत्र सुनाया था उस समय गुफा में उन दोनों के अलावा सिर्फ कबूतरों का एक जोड़ा मौजूद था.
यही नहीं बल्कि इस गुफा में आज भी वह कबूतर को जोड़ा मौजूद है. कहा जाता है कि कथा सुनने के बाद कबूतर का जोड़ा अमर हो गया था और जिसे भी इनके दर्शन होते है वह बेहद ही भाग्यशाली होते हैं. अमरनाथ की बर्फ से बनी शिवलिंग पहाड़ के छिद्रों से गुफा में गिरती बर्फ के पानी की बूंदों से बनती है और इससे आज भी हर कोई हैरान हैं.
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