कल देशभर में 19वां करगिल विजय दिवस मनाया जाएगा, बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 में होने वाला कारगिल युद्ध को 26 जुलाई के दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसा कहा जाता है दिल दहला देने वाला यह युद्ध करीब ढाई महीने तक चला था. यही नहीं बल्कि इस दौरान हमने 527 से अधिक वीर योद्धा को खोया और करीब 1300 से ज्यादा योद्धा घायल हुए थे.
न जाने ऐसे कितने ही योद्धा शामिल हुए थे इस युद्ध में जो शहीद हो गए उन्हीं में से एक सतवीर नाम के योद्धा की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं जिसके बाद आप हैरान हो जायेंगे. करगिल वॉर के वीर योद्धा सतवीर सिंह आज के समय राजधानी दिल्ली में एक जूस की दुकान खोलकर बैठे हैं इसके पीछे वजह है कारगिल युद्ध के दौरान लगी उनके पैर में गोली.
सतवीर सिंह दिल्ली के मुखमेलपुर गाँव के रहने वाले हैं. उनके पैर में युद्ध के दौरान की पकिस्तान की गोली फंसी हुई जिसके चलते वह ठीक से चल नहीं पाते हैं यही नहीं बल्कि चलने के लिए भी उन्हें बैसाखी का सहारा लेना पड़ता है. नायक सतवीर सिंह के पैरों में दो गोलियां लगी थीं जिसमे से एक गोली उनके पांव में ही फंसी रह गयी.
सतवीर सिंह के दो बेटे हैं. आज के समय में सतवीर सिंह अपने घर खर्च के लिए जूस की दूकान खोलकर बैठे हुए हैं. 26 जुलाई हर भारतीयों के गर्व करने का दिन है क्योंकि इस दिन हमारे वीर योद्धाओं ने युद्ध जीत कारगिल सफेद बर्फ से ढकी पहाड़ी पर तिरंगा फहराया था.
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