नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है ,इसके बावजूद व्यवस्था में सेंध लगने का सनीसनीखेज मामला सामने आया है .पता ही है कि अरुण जेटली एम्स में सफल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उनको सी. एंड टी. टावर केआई.सी.यू. में शिफ्ट किया गया था , जहाँ एक व्यक्ति डाक्टर का गाऊन पहने बिना किसी चैकिंग के आईसीयू में घुस गया. जिससे हड़कंप मच गया.
बता दें कि सी. एंड टी. टावर के इंटैंसिव केयर यूनिट (आई.सी.यू.) में दाखिल अरुण जेटली से किसी भी व्यक्ति को मिलने की अनुमति नहीं, यहां तक कि उनके पारिवारिक सदस्यों को भी उनके कमरे में जाने की अनुमति कम ही मिलती है. यह कमरा पूरी तरह सुरक्षित है , इसके बावजूद एक व्यक्ति डाक्टर का गाऊन पहने बिना किसी चैकिंग के आई.सी.यू. में घुस गया और उन्हें अपना विजिटिंग कार्ड थमा दिया .उस समय संक्रमण से बचने के लिए जेटली ने मुंह ढंका हुआ था. इस पर जेटली ने आपातकालीन बटन दबा दिया . इसके बाद तुरंत एक नर्स आई और उस आदमी को बाहर निकाल दिया.
इस घटना के बाद डाक्टर, प्रशासन के अधिकारी, सुरक्षा और परिवार के सदस्य भी हैरानी जताने लगे . बाद में पता चला कि वह व्यक्ति वित्तमंत्री का जानकार था और उनको शुभकामनाएं देने आया था. लेकिन इस घटना ने एम्स की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी. जब एक अति विशिष्ट व्यक्ति के कमरे में जब अनजान आदमी जा सकता है तो अन्य की सुरक्षा कैसे होगी इस पर सवालिया निशान लग गया है.
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