लखनऊ : यह बड़ी राहत की बात है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में पिछले माह जो कथित विस्फोटक पदार्थ पाया गया था, वह जांच में विस्फोटक नहीं ,बल्कि पुताई के दौरान उपयोग में आने वाला चिपकाने वाला पदार्थ था जो पेंट को दीवार पर चिपकाने में मदद करता है .यह जानकारी इसकी जांच कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी.
बता दें कि इस बारे में अधिकारी के अनुसार यह पदार्थ किसी मजदूर के पास यह हो और गलती से छूट गया हो. विधानसभा की सीसीटीवी फुटेज में पता लगा है कि जब सत्र नहीं चल रहा था तो वहां पर रिपेयरिंग और पेंटिंग का काम चल रहा था. अब जाँच में इसके PETN नहीं निकलने से सभी ने राहत की साँस ली है.
गौरतलब है कि बजट सत्र प्रारंभ होने के दूसरे दिन 12 जुलाई की सुबह सफाई कर्मचारियों को यह संदिग्ध सामग्री मिली थी. तब आशंका जाहिर की गई थी कि यह कोई रसायन हो सकता है. प्रारंभिक जांच में इसे खतरनाक विस्फोटक PETN बताया गया था. जो करीब 100-150 ग्राम थी. बता दें कि इस विस्फोटक की 500 ग्राम मात्रा पूरे विधानसभा को उड़ाने की ताकत रखती है. बाद में सीएम योगी के अनुरोध पर इस मामले की NIA ने अपनी जांच शुरू की थी.
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