लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में यूपी ATS टीम ने देवबंद दारुल उलूम के एक छात्र को अरेस्ट किया है। गिरफ्तार किया गया छात्र बांग्लादेशी नागरिक है। वो 2015 से फर्जी कागज़ातों के आधार पर भारतीय नागरिक बनकर रह रहा था और देवबंद में पढ़ाई कर रहा था। देर रात यूपी ATS टीम ने देवबंद दारुल उलूम जाकर वहाँ के रूम नम्बर 61 से उसे गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी का नाम तलहा तालुकदार बिन फारुख बताया जा रहा है। वह बांग्लादेश में कुम्मिला जिले के दाउद कंदी पुलिस थाना क्षेत्र स्थित बरगुआली का निवासी है। तलहा के कब्जे से ATS ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, दारुल उलूम देवबंद का आईडी कार्ड, लाइफ टाइम मेंबरशिप कार्ड, बांग्लादेशी मुद्रा, बांग्लादेशी पासपोर्ट की फोटो कॉपी और 150 रुपए भारतीय करेंसी बरामद की है। बताया जा रहा है कि आरोपित पाकिस्तान में प्रशिक्षण भी ले चुका है। यूपी ATS ने इस संबंध में एक प्रेस नोट भी जारी किया है। इसके अनुसार, ATS को इनपुट मिला था कि तलहा नामक एक शख्स दारुल उलूम देवबंद में फर्जी कागज़ातों के आधार पर रह रहा है और देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है।
बयान में कहा गया कि ATS की टीम ने इस सूचना के आधार पर जांच की, तो पता चला कि तलहा नामक शख्स दारुल उलूम देवबंद के कमरा नंबर 61 में रहकर अरबी आलिम की पढ़ाई कर रहा है। ATS ने बताया है कि इसके बाद तलहा को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसने अपने आप को भारतीय नागरिक बताया और अपनी बात की पुष्टि के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और दारुल उलूम की आजीवन सदस्यता कार्ड दिखाया। हालाँकि वह अधिकारियों के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया।
प्रेस नोट के अनुसार, अधिकारियों ने जब उसकी चेकिंग की, तो उसके पर्स से बांग्लादेशी पासपोर्ट की फोटोकॉपी मिली जिसके बारे में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया और उसने खुद को बांग्लादेशी नागरिक होना कबूल कर लिया। बयान में कहा गया कि ATS ने थाना देवबंद में तलहा तालुकदार के खिलाफ धोखाधड़ी, डाक्यूमेंट्स में हेराफेरी, विदेशी अधिनियम सहित अन्य सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया है। ATS के आधिकारिक बयान के मुताबिक, यह जाँच की जा रही है कि तलहा तालुकदार ने भारतीय डाक्यूमेंट्स कैसे बनवाए और उसके भारतीय संबंधों का भी पता लगाया जा रहा है।
ओपन थिएटर, लाइब्रेरी, फ़ूड कोर्ट और बहुत कुछ..., 34 करोड़ की लागत से तैयार हुआ वाराणसी का 'नमो घाट'