लखनऊ: उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कट्टरपंथी इस्लामिक धर्मान्तरण के मामले में आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन और लोगों को अरेस्ट किया है। रविवार को हुई इस गिरफ्तारी को लेकर जाँच एजेंसी का कहना है कि आरोपित धर्मान्तरण कराने के साथ ही विदेशों से हवाला के माध्यम से फंडिंग कर रहे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, ATS ने इसको लेकर एक बयान में कहा है कि ये लोग अवैध धर्मान्तरण कराने के साथ हवाला के जरिए धन प्राप्त किया था। जाँच एजेंसी ने दो आऱोपित मोहम्मद इदरीस औऱ मोहम्मद सलीम को यूपी के मुजफ्फरनगर से और महाराष्ट्र के नासिक के निवासी कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ को अरेस्ट किया है। इस घटना को लेकर यूपी सरकार के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि 'योगीजी के राज में निरंतर चालू है एटीएस, वही सदैव आपकी सेवा में तत्पर वाली।' इससे पहले बीते रविवार को ATS ने बुधवार (22 सितंबर, 2021) को अवैध धर्मान्तरण मामले में मौलाना कलीम सिद्दीकी को अरेस्ट किया था।
भारत के सबसे बड़े धर्मान्तरण गिरोह का पर्दाफाश करते हुए ATS ने यह गिरफ्तारी मेरठ से की थी। पुलिस ने बताया कि मौलाना कलीम जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाता है, जो कई मदरसों को फंडिंग करता है। इसके लिए उसे विदेशों से काफी पैसा मिलता है। मौलाना को पूछताछ के लिए मेरठ से लखनऊ लाया गया है। यूपी ATS ने कलीम के साथ ही उसके तीन सहयोगी मौलानाओं और ड्राइवर को भी पूछताछ के लिए कस्टडी में लिया था।
MP: भाई ने दोस्तों संग मिलकर 11 महीने तक किया 14 साल की नाबालिग बहन से दुष्कर्म
बाप ने अपनी ही बेटी को उतारा मौत के घाट, वजह जानकर पुलिस भी रह गई दंग