लखनऊ: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव को लेकर सूबे में राजनितिक हलचलें बढ़ती जा रही हैं। भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित सभी सियासी दल पूरे जोरशोर के साथ तैयारियों में लगे हुए हैं। इस बीच बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती के बयान से सियासी माहौल और गरमा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, मायावती ने रविवार (30 अप्रैल) को कहा कि उनकी पार्टी द्वारा नगर निगम चुनावों में मुसलमान समाज को उचित भागीदारी दिए जाने की वजह से जातिवादी एवं साम्प्रदायिक दलों की नींद उड़ी हुई है। उन्होंने ट्विटर पर सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए ये बात कही हैं। इसमें बसपा सुप्रीमो ने लिखा है कि, 'उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के तहत 17 नगर निगमों में महापौर पद के लिए हो रहे चुनाव में बसपा द्वारा मुस्लिम समाज को भी उचित भागीदारी देने को लेकर यहां राजनीति काफी गरमाई हुई है और इससे खासकर जातिवादी एवं साम्प्रदायिक दलों की नींद उड़ी हुई है।'
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा कि, 'बसपा ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ की नीति व सिद्धांत पर चलने वाली अंबेडकरवादी पार्टी है और इसने इसी आधार पर उत्तर प्रदेश में चार बार अपनी सरकार चलाई। इसने मुस्लिम एवं अन्य समाज को भी हमेशा उचित प्रतिनिधित्व दिया। अतः मैं लोगों से विरोधियों के षड्यंत्र के बजाय अपने हित पर ध्यान केंद्रित करने की अपील करती हूं।'
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