लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के युवाओं में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। 'मुख्यमंत्री युवा उद्यम विकास अभियान' नामक नए लॉन्च किए गए कार्यक्रम का उद्देश्य अगले दशक में शिक्षित और प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ना है। इस पहल का लक्ष्य 2034 तक 10 लाख युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ना है। यह घोषणा एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान की गई, जहाँ मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी को दूर करने और युवाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने में इस अभियान के महत्व पर जोर दिया।
'मुख्यमंत्री युवा उद्यम विकास अभियान' में सालाना एक लाख युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे वे हर साल एक लाख सूक्ष्म उद्यम स्थापित कर सकेंगे। यह सहायता बैंकों से अनुदान और ऋण के रूप में मिलेगी, जिसका लक्ष्य अगले 10 वर्षों में पर्याप्त संख्या में स्वरोजगार के अवसर पैदा करना है। मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार प्रयासों को बढ़ावा देने और युवाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में योजना की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि इस योजना में अन्य पिछड़े वर्गों की महिलाओं, दिव्यांगजनों (विकलांग व्यक्तियों) और अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के व्यक्तियों को सहायता देने के प्रावधान शामिल होने चाहिए। इस समावेशी दृष्टिकोण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हाशिए पर पड़े समूहों को भी अभियान से लाभ मिले, जिससे विविध और न्यायसंगत उद्यमशीलता के माहौल को बढ़ावा देने में मदद मिले।
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