लखनऊ। उत्तरप्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता को लेकर चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सफाई कार्य का मसला सामने रखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं ही झाड़ू लेकर स्वच्छता बरतने लगे। वे लखनऊ की सड़क पर पहुंचे। मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य यहां पर साफ सफाई का ध्यान रखना था। सीएम योगी आदित्यनाथ जब राममोहन बाग में झाड़ू लगाकर साफ - सफाई कर रहे थे तो इसी दौरान वहां उपस्थित सफाईकर्मियों ने भी सभी से चर्चा की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में घोषणा की कि 2 अक्टूबर 2018 तक उत्तरप्रदेश के जनपदों को लेकर प्रयास यह किया जाएगा कि उत्तरप्रदेश के विभिन्न जनपद खुले में शौच से मुक्त कर दिए जाऐंगे। सरकार द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट से ऊर्जा उत्पादन के प्रयास में लगी है। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश का केवल बनारस शहर ही देश के 100 शहरों में शामिल था।
देश के एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में एक कार्यक्रम में चर्चा हुई जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जब सवाल किए गए तो उन्होंने स्वयं मिशन क्लीन में जुटने की घोषणा की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।
गौरतलब है कि चार मई को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सरकार द्वारा जनता की रायशुमारी से किए गए 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2017' में सबसे साफ 25 शहरों की सूची जारी करते हुए बताया कि कुल 434 शहरों में यह सर्वेक्षण किया गया था। इन परिणामों के मुताबिक, सबसे आखिरी पायदानों पर रहे 50 शहरों में से आधे शहर उत्तर प्रदेश से हैं। इस सूचि में प्रदेश के गोंडा जिले को सबसे अस्वच्छ शहर का दर्जा दिया गया था।
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