नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार में भले ही अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने दम ठोंका हो लेकिन बावजूद इसके यूपी की जनता में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जादू चला है। इसका परिणाम बीजेपी को मिली जीत के रूप में सामने आ गया है। बीजेपी हर हाल में इस बार यूपी की सत्ता में कायम होना चाहती थी और उसके नेताओं ने यह कर दिखाया है।
मतगणना शुरू होने के बाद से ही बीजेपी को बढ़त मिलती रही और इससे बीजेपी कार्यकर्ता खुशी से नाच उठे। वर्ष 2014 के बाद बीजेपी को यूपी में सत्ता का सुख भोगने का अवसर प्राप्त होगा। अखिलेश यादव के साथ ही राहुल गांधी को भी यूपी की जनता ने नकार दिया है तो वहीं मायावती को भी पूरी तरह से झटका लगा है।
अखिलेश और मुलायम सिंह के आपसी झगड़े, निश्चित ही यूपी की जनता के दिलों दिमाग पर विपरित असर कर गये इसका प्रत्यक्ष परिणाम चुनाव परिणाम के दौरान देखने को मिल रहा है। हालांकि अखिलेश ने अपनी सरकार के कार्यकाल में हुये विकास कार्यों को जनता के समक्ष रखा और फिर से मौका मिलने पर विकास करने का वादा किया लेकिन मोदी एंड पार्टी ने न केवल विकास का वादा किया वहीं मौजूदा अखिलेश यादव सरकार की भी असफलता को जनता के सामने रखा।
बावजूद इसके यूपी की जनता ने मोदी की बीजेपी को मौका दे दिया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कांग्रेस के लिये किला लड़ाया, खाट चर्चा कर किसानों को लुभाने का प्रयास किया लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस को कोई खास सफलता नहीं मिल रही है। वैसे कांग्रेस के साथ ही मायावती और अखिलेश को यह उम्मीद थी कि मोदी की नोटबंदी का फैसला यूपी चुनाव का परिणाम उनके पक्ष में ला सकता है, परंतु हुआ इसका बिल्कुल उलट है।