लखनऊ : जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए मंगलवार शाम उत्तर प्रदेश के अपने प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन को पार्टी से ही निकाल दिया. यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के कारण की गई, क्योंकि दूसरे चरण के ठीक पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन ने समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का एकतरफा ऐलान कर दिया था. जबकि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने पहले ही ऐसे किसी समर्थन से इंकार कर दिया था. रोके गए इस फैसले पर नीतीश कुमार ने शाम को फैसला ले लिया.
जबकि दूसरी तरफ भले ही जेडीयू ने कार्रवाई कर दी हो, लेकिन सुरेश निरंजन अपने समर्थकों के साथ सपा को समर्थन देने की बात पर अड़े है और अपनी प्रदेश कार्यसमिति को अपने फैसले के साथ बता रहे हैं. बहरहाल,नीतीश कुमार ने अपने प्रदेश अध्यक्ष पर कार्रवाई कर ये संकेत दे दिया है कि चुनाव बाद वो क्या रूख अपनाएंगे.
बता दें कि नीतीश कुमार सपा और कांग्रेस से नाराज हैं. माना जा रहा है कि नीतीश ने जिस गठबंधन की नींव रखने की कोशिश की थी उसका पहले तो सपा कांग्रेस ने अपहरण कर लिया और उस गठबंधन में जेडीयू को कोई जगह भी नहीं दी, उसमे भी समाजवादी पार्टी ने बिना नीतीश कुमार को विश्वास में लिए उनकी प्रदेश इकाई से इस गठबंधन का समर्थन भी करा लिया था.इसीलिए नीतीश कुमार ने यूपी में गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार से खुद को अलग कर लिया था.
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