लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 की मतगणना से ऐन पहले लखनऊ के ठाकुरगंज में सुरक्षा बलों द्वारा किए गए एनकाउंटर में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के मामले में उत्तरप्रदेश की राज्य सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि मुठभेड़ के बाद जब पुलिस ने आतंकी की मौजूदगी वाले स्थान की जांच की तो मकान से बड़े पैमाने पर हथियार और अन्य सामान बरामद हुआ। इसी के साथ
आईएसआईएस से जुड़ी सामग्री भी जब्त की गई थी। इस मुठभेड़ में जिस युवक को मारा गया था उसकी पहचान सैफुल्लाह के तौर पर हुई थी। लखनऊ एटीएस को मध्यप्रदेश के उज्जैन संभाग के शाजापुर के जबड़ी में भोपाल उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके की जांच के दौरान कथित माॅड्युल की जानकारी मिली थी। इसके बाद लखनऊ एटीएस ने कार्रवाई की। एटीएस ने उस मकान को घेर लिया जहां पर सैफुल्लाह मौजूद था।
हालांकि इस मामले में उत्तरप्रदेश एटीएस के आईजी असीम अरूण ने बताया कि पहले ऐसा लगा था कि मकान में दो आतंकी हैं मगर बाद में एक आतंकी होने की बात सामने आई। हमने आतंकी को जिंदा पकड़ने का प्रयास किया था। मगर यह संभव नहीं हो पाया। एटीएस ने बताया था कि कथित आतंकी सीधे तौर पर आईएसआईएस से नहीं जुड़े थे ये आतंकी इंटरनेट के माध्यम से आईएस से प्रभावित हुए थे। दरअसल इनकी मंशा थी कि ये आईएसआईएस के खुरासान माॅडयूल के तौर पर जाने जाऐं।
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