लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ जेल में कैद PFI के सदस्यों से मिलने आईं 4 संदिग्ध महिलाओं को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. आरोप है कि यह महिलाएं फर्जी RT-PCR रिपोर्ट के साथ मिलने आए थी. उनके खिलाफ केस दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है. महिलाएं फर्जी RT-PCR की रिपोर्ट लगाकर और अन्य डाक्यूमेंट्स के साथ मिलने आई थीं. जांच के दौरान जेलर ने उनकी चोरी पकड़ ली.
जानकारी के अनुसार, पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कश्मीर के निवासी बदरुद्दीन और फिरोज को विस्फोट के साथ ATS ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद इन आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया गया था. PFI कैदियों से मिलने आई चार महिलाओं ने RT-PCR रिपोर्ट पेश की तो संदेह होने पर जेलर को सूचित किया गया. हालांकि जेलर ने जब गुड़गावं स्थित लैब पर सूचना मांगी, तो पता चला कि उनकी लैब में एक ही रिपोर्ट आई थी सैम्पल के लिए. अन्य तीन को लेकर कोई और रिपोर्ट जारी नहीं की गई है.
इसके बाद जेलर ने लखनऊ पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और अन्य दस्तावेज लेकर जांच की जा रही है. लखनऊ जेल के जेलर अजय राय के अनुसार, महिलाएं 4 PFI के कैदियों से मिलने आयी थी चुकी मिलने के लिए RT-PCR रिपोर्ट साथ होनी आवश्यक होती है. जब चेक किया गया तो पता चला कि महिलाएं अपने साथ फर्जी रिपोर्ट लेकर आई थीं. पुलिस को सूचना देकर केस दर्ज कर लिया गया है.
वित्त सचिव ने किया खुलासा- कब होगी LIC के IPO की लिस्टिंग
डीजल की कीमतों में फिर आया उछाल, जानिए क्या है भाव?
जम्मू-कश्मीर में 2 नए एयरपोर्ट टर्मिनल स्थापित किए जाएंगे: ज्योतिरादित्य सिंधिया