लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक मस्जिद के इमाम का मामला सामने आया था। इस घटना को सोशल मीडिया पर कई वामपंथी और कट्टरपंथी सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे। इसे यूपी में इस्लामी धर्मगुरुओं की टारगेट किलिंग बताते हुए मुस्लिमों को भड़काने की कोशिशें की जा रहीं थी। हालाँकि, पुलिस की छानबीन में अब तक किसी भी तरह के साम्प्रदायिक एंगल अथवा टारगेट किलिंग जैसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है। शामली की घटना में मौलाना का हत्यारा, उनका बेटा ही निकला है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शामली जिले के थानाक्षेत्र झिंझाना की है। यहाँ के गाँव बल्ला माजरा में 11 जून (मंगलवार) को मस्जिद के इमाम फजलुर्रहमान की सिर कलम करके निर्मम हत्या कर दी गई थी। धड़ से अलग शव तकरीबन आधा किलोमीटर दूर बरामद हुआ था। इस घटना के सामने आते ही इसे सांप्रदायिक रंग दिया जाने लगा था। इस घटना को टारगेट किलिंग बताते हुए ये दिखाने की कोशिश की गई थी कि, मुस्लिम धर्मगुरु निशाने पर हैं। एक सोशल मीडिया यूज़र 'हक़ की आवाज़' के ट्वीट करते हुए लिखा था कि, “जानबूझकर मुस्लिम धर्मगुरुओं को निशाना बनाया जा रहा है पर अभी तक कुछ नहीं हुआ, आखिर इसके पीछे क्या कारण है?” ये हैंडल रफा (गाज़ा) के समर्थन में पोस्ट करते रहता है। इसी पर ट्वीट करते हुए निगार परवीन ने लिखा कि, ''प्रतापगढ़, मुरादाबाद के बाद अब शामली में मस्जिद के इमाम की लाश मिली है, ये क्या हो गया है यूपी की कानून व्यवस्था को ?'' यही नहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी इस घटना को मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था।
भ्रामक खबरों में अक्सर अपनी हाजिरी दर्ज करवाने वाले कथित पत्रकार मीर फैज़ल भी इस मामले को प्रतापगढ़ के मौलाना की हत्या की अगली कड़ी के रूप में दिखाने की कोशिश की। इन सभी के एकाउंट्स पर जवाब देते हुए शामली पुलिस ने जाँच जारी होने की बात कही थी। पुलिस ने सभी को यह भी बताया था कि संदेह के आधार पर मृतक के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हालाँकि, इसके बाद भी इस घटना को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा था।
थाना झिंझाना पुलिस द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बल्लामाजरा के जंगल में हुई वृद्ध व्यक्ति की हत्या की घटना का 06 घण्टे की अल्प समयवधि में सफल अनावरण करते हुए घटना में लिप्त 01 हत्याभियुक्त को किया गिरफ्तार, कब्जे से आलाकत्ल फावड़ा व मोबाइल बरामद । @Uppolice @adgzonemeerut pic.twitter.com/n83mqJc4Mq
— Shamli police (@PoliceShamli) June 11, 2024
आखिरकार, शामली पुलिस ने मात्र 6 घंटों में ही इमाम फजलुर्रहमान की हत्या का पर्दाफाश कर दिया। मृतक मौलाना का बेटा ही उनका कातिल निकला है। पुलिस की जाँच में पता चला है कि 50 वर्षीय इमाम फजलुर्रहमान मंगलवार को अपने बेटे के साथ काम करने पास ही मौजूद एक बाग में गए थे। यहाँ सुबह 10 बजे बाप-बेटे में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद गुस्से में बेटे ने पास रखे फावड़े से अपने अब्बा पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए। कुछ ही देर में फजलुर्रहमान ने दम तोड़ दिया। हत्या के बाद भी मृतक के बेटे का क्रोध शांत नहीं हुआ। उसने फावड़े से अपने अब्बू का सिर धड़ से अलग कर दिया और उसे लेकर मौके से फरार हो गया। गाँव वालों ने इमाम की लाश देख कर पुलिस को सूचित किया।
जिसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए मृतक के बेटे को खोज निकला और हिरासत में ले लिया। कुछ ही देर की पूछताछ में आरोपित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्या में इस्तेमाल हुआ फावड़ा भी बरामद कर लिया गया है। कुछ रिपोर्ट्स में नाबालिग आरोपित को मानसिक रूप से विक्षिप्त भी बताया जा रहा है। पुलिस इन सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है।
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