लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में Bsc और Bed की फर्जी डिग्री के आधार पर बीते 13 सालों से नौकरी कर रहे एक शिक्षक को नौकरी से निकाल दिया गया है। इसके साथ ही उसे अब तक दिए गए वेतन की वसूली के आदेश भी दिए गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने आज गुरुवार को बताया है कि कुण्डा तहसील क्षेत्र के अहिबरनपुर स्थित प्राइमरी स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात रोहित कुमार यादव को Bsc और Bed की फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने के आरोप में बुधवार को नौकरी से निकाल दिया गया।
अधिकरी ने जानकारी दी है कि यादव को अब तक वेतन के रूप में किए गए भुगतान को वापस लौटाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। सिंह ने बताया कि प्रयागराज के रहने वाले राजनाथ यादव ने 17 फरवरी 2021 को बेसिक शिक्षा विभाग के अपर निदेशक से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि रोहित कुमार यादव की Bsc और Bed की डिग्री नकली है। शिकायत के आधार पर विभाग ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से डिग्री की जांच कराई, जिसमें डिग्रियां फर्जी पाई गई।
उन्होंने बताया कि इस मामले में अपने खिलाफ नोटिस जारी होने पर रोहित यादव ने नए सिरे से जांच कराए की मांग की और परीक्षा नियंत्रण विभाग ने एक बार फिर डिग्री के फर्जी होने की बात कही। सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक रोहित कुमार यादव को नौकरी से निकालकर उन्हें वेतन के रूप में दी गई राशि की वसूली करने और थाना हथिगवां में केस दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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