लखनऊ: देश की राजनीति में उत्तरप्रदेश के यादव घराने की चर्चाएं अब आम हो चली हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि मुलायम और शिवपाल का भाई प्रेम किसी से छिपा नहीं है, लेकिन ये सियासत जो न कराए। वहीं बता दें कि अब दोनों भाईयों के बीच दरार पड़ती नजर आ रही हैं। बीते कुछ दिनों से हालात जिस तरह के पैदा हो रहे हैं ऐसे में इस प्रकार के कयास लगाए जा रहे हैं। यहां बता दें कि शिवपाल अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की पहली रैली जनाक्रोश रैली 9 दिसंबर को कर रहे हैं।
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वहीं बता दें कि इस रैली में शिवपाल सभी को निमंत्रण दे रहे हैं लेकिन अपने भाई मुलायम सिंह यादव को बुलावा नहीं भेजा। वहीं बाहर आई खबरों के अनुसार शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव को इस रैली का निमंत्रण ही नहीं दिया है। वहीं पार्टी का कहना है मुलायम सिंह यादव मुखिया हैं, वो चाहे तो आ सकते हैं लेकिन बुलावा नहीं भेजा गया है। वहीं बता दें कि 23 नवबंर को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन था।
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गौरतलब है कि इस मौके पर शिवपाल ने पूरे इटावा को दुल्हन की तरह सजाया था और दंगल से लेकर कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया था। लेकिन मुलायम इटावा न जाकर लखनऊ के सपा कार्यालय जा पहुंचे थे। वहां बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने केक काटकर जन्मदिन मनाया था। शायद मुलायम का इटावा में कार्यक्रम से नदारद रहना शिवपाल को अखर गया। मीडिया से बातचीत के दौरान शिवपाल सिंह यादव से नेता जी के रैली में शामिल होने के लेकर जब सवाल किया गया तब शिवपाल यादव ने दो टूक में कहा कि नेता जी का आना या ना आना अब कोई मुद्दा नहीं है।
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