जब से सुप्रीम कोर्ट द्वारा धारा 377 को अपराध की श्रेणी से बाहर करा है तब से ही हर थोड़े दिन में ऐसे मामले सुनने में आ ही जाते हैं. हाल ही में ऐसा ही एक मामला यूपी के हमीरपुर से सामने आया है जहां पर दो महिलाएं एक-दूसरे के प्यार में इस कदर पागल हुईं कि इस चक्कर में उन्होंने अपने-अपने पतियों को ही तलाक दे दिया और इतना ही नहीं इसके बाद उन्होंने शादी कर ली.
सूत्रों की माने तो जब ये दोनों महिलाएं अपनी शादी रजिस्टर कराने के लिए रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंची थीं तो वहां मौजूद लोग हैरान हो गए. इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे से किए 7 वादों का एक एफिडेविट दिया. लेकिन किसी कारण से उनकी शादी रजिस्टर्ड नहीं हो पाई. दरअसल इस बारे में रजिस्ट्रार का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा समलैंगिक शादी को सामाजिक मान्यता देने से जुड़ा शासनादेश अभी विभाग में नहीं पहुंचा है. आपको बता दे दोनों महिलाओं ने एक-दूसरे से जो वादे किए थे उनमें से पहला ये है कि दोनों किसी निजी या सरकारी संस्थान में नौकरी करेंगी और इसपर किसी को भी कोई एतराज नहीं होगा.
इसके अलावा उनका दूसरा वादा ये था कि दोनों किसी भी गैर मर्द से शारीरिक संबंध नहीं बनाएंगी और बच्चे पैदा करने की इच्छा नहीं रखेंगी. ऐसे करीब 7 वादे और भी उन्होंने किए हैं जिसके बाद उन्होंने साथ निभाने की कमस खाई है. सूत्रों की माने तो राठ गांव की रहने वाली अभिलाषा ने खुद को पति और कधौली गांव की रहने वाली दीपशिखा ने खुद को पत्नी मानकर मंदिर में एक-दूसरे से शादी की हैं. ये दोनों ही महिलाओं की उम्र करीब 21 साल है और इनमे से एक तो एक बच्चे की माँ भी है.
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