नई दिल्ली : नोटबंदी का आज 42वां दिन है.लेकिन व्यवस्थाओं में अभी भी सुधार नहीं दिखाई दे रहा है. हालाँकि पीएम मोदी ने 30 दिसंबर तक का वक्त मांगा है. पचास दिन पूरे होने में अभी दस दिन शेष हैं.इस बीच सरकार लगभग रोज नोटबन्दी को लेकर नए -नए नियम लागू कर रही है. आज से भी बहुत कुछ परिवर्तित हो रहा है.
अब सरकार ने नया नियम बनाया है कि 5000 रुपए से ज्यादा के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट 30 दिसम्बर तक एक ही बार बैंक खाते में जमा कराए जा सकेंगे. वहां रिजर्व बैंक ने कहा है कि ये जमा भी जवाब तलब करने के बाद ही स्वीकार किए जाएंगे.रुपये जमा कराते समय जमाकर्ता से दो बैंक अधिकारियो की उपस्थिति में पूछा जाएगा कि आखिरकार अब तक रुपया क्यों नहीं जमा कराया गया. जवाब संतोषजनक होने के बाद ही रुपया जमा होगा. हालांकि 30 दिसम्बर तक 5000 रुपए से कम के पुराने नोट जितनी बार चाहे जमा करा सकते हैं. आपको एक और नई बात बता दें कि रिजर्ब बैंक द्वारा जल्द ही 500 और 2000 के बाद अब पचास रुपए के नए नोट जारी किए जाएंगे. पुराने पचास के नोट भी चलते रहेंगे. आरबीआई के अनुसार पचास रुपए का नया नोट नए डिजाईन और नई सीरीज़ का होगा. इस पर नंबर भी नए तरीके से छापे जाएंगे.
जबकि वहीं दूसरी ओर नोटबंदी के बाद सरकार घर में कैश की सीमा तय करने पर कोई विचार नहीं कर रही है. दरअसल यह मामला इसलिए रोशनी में आया, क्योंकि मोदी सरकार ने काले धन पर जो एसआईटी बनाई थी उसने सुप्रीम कोर्ट में 14 जुलाई को दाखिल अपनी 5वीं रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि घर में नकद रखने की सीमा 15 लाख तय की जाए, इसके अलावा 3 लाख से ज्यादा के नकद लेनदेन पर रोक लगाई जाए.