पीएम मोदी ने 3 मई तक देशव्यापी लॉकडाउन किया है. वही, बिहार में लॉकडाउन के दौरान विधायक को यात्रा पास जारी करने पर हंगामा मचा हुआ है, जिसको लेकर अब बिहार सरकार की तरफ से जांच के आदेश दिए गए हैं. दरअसल भाजपा के एक विधायक को अपनी बेटी को राजस्थान के कोटा से वापस लाने के लिए यात्रा पास जारी किया गया था. अब बिहार सरकार की तरफ से इसको लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं. वही, नालंदा जिले के हिसुआ से भाजपा विधायक अनिल सिंह को कोटा से अपनी बेटी को वापस लाने के लिए यात्रा पास जारी किया गया था. इसके कारण राज्य सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि, देश के अलग अलग हिस्सों में फंसे लोगों की मांग पर अगर सभी राज्य उन्हें वापस बुलाने लगे तो लॉकडाउन का मजाक बन जायेगा.ऐसे में अब प्रदेश के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा है कि निर्धारित मानदंडों के अनुसार सक्षम अधिकारी की तरफ से पास जारी किया गया था या नहीं, इसकी जांच के लिये सामान्य प्रशासन ने आदेश जारी किया है. उन्होंने यह भी कहा कि पास जारी करने में किसी भी विसंगति का पता चलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
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अपने बयान में सूचना और जन संपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि लोगों को यह आश्वासन देते हैं कि अगर किसी के तरफ से अवैध रूप से पास जारी किया गया होगा तो प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.बता दें कि नवादा जिले में हिसुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अनिल सिंह, 16 अप्रैल को राजस्थान के कोटा शहर के लिए रवाना हुए थे, जिसके बाद वो शनिवार देर रात अपने पटना आवास पर लौट आए. सिंह को नवादा सदर अनुमंडल दंडाधिकारी की तरफ से 15 अप्रैल को यात्रा पास जारी किया गया था, जो कि रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
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