नई दिल्ली: आप सभी जानते ही होंगे संघ लोक सेवा आयोग, (UPSC) सिविल सेवा 2020 की प्रारंभिक परीक्षा 4 अक्टूबर, 2020 को होने वाली है. ऐसे में इस समय देश में COVID-19 के मामले भी दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. इन्ही को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट, अलख आलोक श्रीवास्तव ने यूपीएससी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर परीक्षा स्थगित करने का आग्रह किया है. जी दरअसल हाल ही में उन्होंने एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने COVID-19 की बढ़ती संख्या के बारे में बताते हुए कहा कि, 'अब 24 घंटे में 69000 COVID-19 केस आ रहे हैं. वहीं वर्तमान में यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों में से कई वर्तमान में COVID योद्धाओं के रूप में काम कर रहे हैं.'
69,000 COVID Cases added in last 24-Hours! Situation is more alarming than ever!
— Alakh Alok Srivastava (@advocate_alakh) August 21, 2020
On behalf of a group of UPSC Civil Services aspirants, I have submitted a Representation to the UPSC Chairman, seeking postponement of upcoming Civil Services (Preliminary) Exam. pic.twitter.com/UrSpffXguG
इसके अलावा उन्होंने लिखा, 'देश के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति है. ऐसे में वहां के उम्मीदवार कैसे परीक्षा में हिस्सा लेंगे? ये स्थिति गंभीर है. जिसपर विचार किया जाना चाहिए.' आप जानते ही होंगे इस साल बड़ी संख्या में सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवारों के शामिल होने की संभावना है और यह परीक्षा अक्टूबर के महीने होने वाली है. अब इसी को ध्यान में रखते हुए एडवोकेट अलख ने यूपीएससी सिविल सेवा के उम्मीदवारों के प्रतिनिधि के रूप में परीक्षाओं को स्थगित करने के बारे में कहा है. अपने पत्र को उन्होंने 20 अगस्त को यूपीएससी के अध्यक्ष को लिख दिया था.
जी दरअसल एडवोकेट अलख आलोक श्रीवास्तव भारत के सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड हैं और इसके पहले वह सुप्रीम कोर्ट में यूजीसी मामले में छात्रों का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं और NEET, JEE मेन 2020 परीक्षाओं को स्थगित करने के लिए याचिकाकर्ता थे.
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