नई दिल्ली. नोट बैन के बाद दावा किया आज रहा था की 2000 के नोटों की छपाई उर्जित पटेल के गवर्नर बनने से पहले शुरू हो गई थी जिसमे कथित रूप से आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के दस्तखत थे. एक आरटीआई सत्यपाल गोयल ने इसके सम्बंधित आरबीआई से सवाल किया की 2000 और 500 के नए नोटों की छपाई कब शुरू हुई. जनसूचना अधिकार अधिनियम (आरटीआई ) के तहत मांगे गई जानकारी में आरबीआई के दिए जवाब से आरटीआई एक्टिविस्ट परेशान और हैरान है.
गौरतलब है की केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को देशभर में नोट बैन कर दिए थे जिसमे 500 व 1000 रुपए के पुराने नोट शामिल थे. आर.टी.आई. एक्टिविस्ट गोयल के आवेदन को केंद्रीय जनसूचना अधिकारी ने 12 जनवरी 2017 को जवाब देने के लिए ट्रांसफर कर दिया था.
रिजर्व बैंक ने जवाब दिया की 2000 रूपये के नोट की छपाई का कार्य बी. आर.बी.एन. एम.पी.एल. में 22 अगस्त 2016 को प्रारम्भ किया गया था जबकि 500 के नए नोटों की छपाई बी.आर.बी.एन. एम.पी.एल. में 23 नवंबर 2016 को प्रारम्भ की गई थी.
आर.टी.आई. एक्टिविस्ट गोयल ने यही जवाब दिया की यदि छपाई 22 अगस्त 2016 से पहले शुरू हो गई थी तो उस पर गवर्नर उर्जित पटेल के दस्तखत कैसे आ गए. बता दे की उर्जित पटेल ने गवर्नर के रूप में 6 सितंबर 2016 को पदभार संभाला था. पदभार सँभालने से पहले उर्जित पटेल के दस्तखत इस पर नहीं आ सकते, उस समय गवर्नर का पद रघुराम राजन संभाल रहे थे.
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