1983 में मूवी ‘मासूम’ से चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली मशहूर अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने मूवी इंडस्ट्री को कई हिट मूवीज दी हैं। हालांकि जो उन्हें फिल्म रंगीला ने पहचान भी दिलवा दी है, वैसी शायद ही उनके करियर की किसी और मूवी ने दिलवा दी है। हालांकि, उर्मिला की आज भी शिकायत है कि उन्हें इस मूवी का क्रेडिट अब तक नही मिल पाया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में अभिनेत्री ने मूवी का जिक्र करते हुए खुलासा किया कि उन्होंने मूवी में जो किया वह 'सेक्स अपील' थी, उसका अभिनय से कुछ लेना देना नहीं है।
अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए उर्मिला मातोंडकर ने कहा है कि, 'मैंने बहुत स्ट्रगल किया। मैं कभी भी अपनी तस्वीर से लेकर किसी प्रोड्यूसर के ऑफिस नहीं पहुंची। मेरी फैमिली भी दूर-दूर तक किसी मूवी इंडस्ट्री से कनेक्टेड नहीं किया था। मैं एक सिंपल मिडिल क्लास फैमिली से संबंध रखती हूँ। लेकिन जो होना होता है, वह होकर ही रहता है। मुझे 'नरशिम्हा' में रोल मिला क्योंकि जिस अभिनेत्री को उस मूवी के लिए साइन किया गया था उसे फ्रैक्चर हो चुका था। और क्लाइमेक्स 500 जूनियर आर्टिस्ट्स के साथ शूट किया जाना था है। और वहां मुझे नाचना और गाना भी जरुरी थी। डांस की तो कोई ट्रेनिंग भी नहीं ली थी मैंने। लेकिन परफॉर्म करने के पहले ही मुझे इंकार किया था। अब मेरा कोई फेमस सरनेम तो था नहीं। 90 के दशक में तो मीडिया भी एकदम निर्दयी थी। कुछ भी मेरे बारे में लिखे जा रही थी। और ऐसा तकरीबन 4 वर्ष तक चला। लेकिन जब 'रंगीला' आई तब जाकर यह शांत हुआ।'
रंगीला का जिक्र करते हुए उर्मिला ने कहा है कि उन्हें उस मूवी का भी क्रेडिट नहीं मिला। 'रंगीला' के उपरांत लोगों ने ये बोला है कि मैंने जो किया वह 'सेक्स अपील' थी। एक्टिंग से उसका कोई लेना देना था ही नहीं। और अगर ऐसा था तो 'हाय रामा' गाना एक कलाकार के बिना कैसे हो सकता था? क्या सिर्फ इमोशनल कर देने वाले सीन्स ही अभिनय हैं? सेक्सी दिखना भी अभिनय की डिमांड है। मेरा किरदार मूवी के हर गाने के माध्यम से बदल जाता था। लेकिन क्रिटिक्स समझ ही नहीं पाए। किसी दिन मुझे उन सभी का नाम लेना शायद अच्छा लगने वाला है कि वह मुझे क्या बुलाते थे। इतनी बड़ी हिट देने के बावजूद, अवॉर्ड्स तो भूल ही चुके है। मेरे बारे में एक अच्छे शब्द तक नहीं लिखे गए। मेरे कपड़ों को, मेरे बाल को, मतलब सबको क्रेडिट मिला, लेकिन मुझे नहीं।
उर्मिला ने आगे कहा है कि, 'जिस लड़की ने 13 फ्लॉप मूवी दीं, जिसके बारे में बोला जाता था कि वह तो लड़कों की तरह दिखती है और हीरो के साथ डबल मीनिंग गाने करती है, उसे अभिनेता कंसीडर किया जाता है। लेकिन मेरे लिए कैमरे के आगे होना आध्यात्मिक अनुभव था। लता मंगेशकर और आशा भोसले का गाना ही मेरे लिए जीत थी। मुझे अवॉर्ड्स की आवश्यकता नहीं थी।'