अमेरिका से जुड़ा नया विवाद सामने आया है. जिसमें अमेरिका ने कहा कि चीनी वाणिज्य दूतावासों में डिटेक्टिव और भगोड़ों को शरण दी जा रही है. अमेरिकी की पड़ताल एजेंसी एफबीआईका कहना है कि सेन फ्रांसिस्को में चीन के वाणिज्य दूतावास ने एक सोंग चेन नाम की एक चीनी खोजकर्ता को पनाह दी है, जिस पर पर सैन्य पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी छुपाने कैलिफोर्निया की एक कोर्ट में आरोप लगाया गया है. अभियोजनकर्ताओं का आरोप है, कि चीन सुनियोजित कार्यक्रम के तहत सेना से जुड़े अंडरकवर शोधकर्ता को अमेरिका भेज रहा है.
अमेरिका में कोरोना ने फिर तोड़ा रिकॉर्ड, एक दिन में मिले 76 हज़ार नए संक्रमित
अमेरिका का मानना है कि वीज़ा फ़र्जीवाड़े केस में संदिग्ध और सेना से अपने सम्बन्ध छिपाने वाली एक चीनी वैज्ञानिक भाग कर सेन फ़्रांसिस्को स्थित चीन के वाणिज्य दूतावास में आ गई हैं, बुधवार को ट्रंप प्रशासन ने ह्यूस्टन में मौजूद चीनी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का निर्देश दिया था. अमरीकी प्रशासन ने इस पर बौद्धिक संपदा चुराने का आरोप लगाया था.
अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ बोले- चीन से निपटने के लिए बने 'लोकतांत्रिक देशों का गठबंधन'
चीन ने अपने खोजकर्ता और वाणिज्य दूतावास के विरूध्द अमेरिका के इस कदम की आलोचना की है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ट्रंप प्रशासन पर चीनी खोजकर्ता और शोधकर्ताओं पर हमले और उनके उत्पीड़न के लिए बहाने बनाने का आरोप लगाया है. ह्यूस्टन स्थित चीन के वाणिज्य दूतावास बंद कराने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने दो अन्य चीनी मिशन बंद कराने की धमकी भी दी है. FBI ने सेन फ़्रांसिस्को की एक केंद्रीय कोर्ट में कहा है कि अभियुक्त जुआन तांग कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी में जीव विज्ञान की शोधकर्ता थीं. कोर्ट में पेश किए गए काग़जात के मुताबिक उन्होंने एफ़बीआई एजेंट्स के साथ बीते माह हुए एक इंटरव्यू में कहा था.
तेल से बेशुमार दौलत कमाने वाले देश पर आर्थिक संकट, पहली बार इनकम टैक्स लगाने की तैयारी
शुक्रवार की नमाज़ के लिए खुला, तुर्की के राष्ट्रपति ने किया था विवादित फैसलाचीन का नया पैंतरा,
गरीब देशों से कहा- हमसे लोन लेकर खरीदो 'हमारी' कोरोना वैक्सीन