बीजिंग : सिक्किम सीमा पर जारी विवाद के बीच चीन को अब अमेरिका-भारत की दोस्ती भी खलने लगी है. चीन का कहना है कि अमेरिका भारत को भड़काकर दक्षिण चीन सागर का फार्मूला अपना रहा है.अमेरिका के इस व्यवहार से न तो उसके हित सधेंगे और न उसे कोई फायदा होगा, क्योंकि चीन और भारत युद्ध नहीं करना चाहते हैं. पश्चिमी देश भारत और चीन को सैन्य संघर्ष के लिए उकसाकर रणनीतिक फायदा लेने की जुगत में है.
उल्लेखनीय है कि चीन के प्रमुख अख़बार में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच जारी विवाद में अमेरिका सहित कई देश सीधे तौर पर हस्तक्षेप कर रहे हैं. चीनी अखबार का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री का इरादा भारत-चीन के बीच विवाद की प्रकृति को बदलने और भारत के लिए समर्थन दिखाने का है. चीन ने यह भी कहा कि पश्चिमी देश भारत और चीन के बीच सैन्य संघर्ष को उकसा रहे हैं, ताकि वह रणनीतिक फायदा ले सकें. अमेरिका दक्षिण चीन सागर विवाद को नजर में रखकर भारत को भड़का रहा है.
बता दें कि चीन की नजर में पचास साल पुराने भारत -चीन सीमा विवाद के पीछे अमेरिका और रूस का हाथ रहा है. अमेरिका दक्षिण चीन सागर का फॉर्मूला यहां भी लागू करना चाहता है. लेकिन समुद्री विवाद से अमेरिका को कुछ हासिल नहीं होगा.इससे भारत को सीख लेने की नसीहत देते हुए चीन ने फिर धमकाया कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. चीन के साथ युद्ध करने से भारत का विकास प्रभावित होगा.
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