वाशिंगटन: अमेरिकी संसद की एक कमेटी ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया है. इस प्रस्ताव के तहत अमेरिका में महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासत को आगे बढ़ाया जाएगा और नौजवानों में उनके संदेशों को सही तरीके से स्थापित किया जाएगा. बता दें कि कुछ ही दिन पहले अमेरिका की सिविल राइट्स आइकन जॉन लुइस का देहांत हुआ है, इस अवसर पर अमेरिकी संसदीय कमेटी की तरफ से ये प्रस्ताव पारित किया गया है.
भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेसमैन एमी बेरा ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसके बाद हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी ने गांधी-किंग एक्सचेंज एक्ट को हरी झंडी दे दी है. जिसके तहत भारत और अमेरिका में महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग जूनियर के संबंध में अधिक पढ़ाया जाएगा. प्रस्ताव में कहा गया कि जॉन लुइस ने समाज के लिए जंग लड़ी, वो केवल अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए एक हीरो थे. उन्होंने मानवता, समानता और इंसाफ के लिए आवाज बुलंद की.
प्रस्ताव में कहा गया है कि जैसे महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग ने समाज के लिए कार्य किया, वही जॉन ने किया ऐसे में ये आवश्यक है कि हम आने वाली पीढ़ी को इनके संबंध में बताएं. इस प्रस्ताव के तहत अब दोनों देशों की सरकार की तरफ से राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में दोनों हस्तियों के बारे में पढ़ाया जाएगा.