नई दिल्ली: भारतीय बाजार में वर्तमान समय में कच्चे तेल के दामों में गिरावट आई है। जिससे आम आदमी को थोड़ी राहत का एहसास हुआ है। वहीं अमेरिका में लगातार कच्चे तेल के भंडार बढ़ने से गुरुवार को फिर पेट्रोल डीजल की कीमतें कम हुई हैं, बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच आपसी संबंध ठीक न होने से अमेरिका ने सभी मित्र देशों को ईरान से कच्चे तेल का आयात नहीं करने को कहा था। पहले भारत द्वारा ईरान से कच्चा तेल आयात किया जाता था। लेकिन अमेरिका द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद अब भारत भी कच्चे तेल के आयात को लेकर ईरान से कोई चर्चा नहीं कर रहा है।
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जानकारी के अनुसार कच्चे तेल के दाम में इस महीने की शुरुआत में आई जोरदार तेजी के बाद कीमतों में नरमी आई है। इसके साथ ही पिछले 21 दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में करीब 11 डॉलर प्रति बैरल की कमी दर्ज की गई है। यहां बता दें कि अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार बढ़ने से कीमतों पर दबाव बढ़ा है। अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 63 लाख बैरल की बढ़त के साथ 42.27 करोड़ बैरल हो गया। जानकारी के अनुसार पिछले पांच सप्ताह से लगातार अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार में इजाफा हो रहा है।
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गौरतलब है कि अमेरिका ने अपने मित्र देशों से कच्चे तेल के संबंध में चर्चा की है वहीं अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड का दिसंबर अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले गुरुवार को 1.28 फीसद की कमजोरी के साथ 75.46 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले ब्रेंट क्रूड का भाव 75.37 डॉलर तक आ गया था, जो बीते करीब तीन महीने का निचला स्तर है।
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