नई दिल्ली : भारत में आईएस के लिए भर्ती में मदद करने वाले मोहम्मद शफी अरमार को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है.इसे भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ने मोहम्मद शफी अरमार, ओसामा अहमद अतार और मोहम्मद ईसा युसूफ साकर अल बिनाली को एसडीजीटी (स्पेशली डेजिग्नेटिड ग्लोबल टेररिस्ट) ) की सूची में डाल दिया है. अमेरिका की इस पहल से उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
गौरतलब है कि आईबी और स्पेशल सेल द्वारा 2011 में जब दरभंगा से इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था तब शफी अरमार के बारे में स्पेशल सेल को पहली बार जानकारी मिली थी. उसने तब आईएम की ओेर से युवकों का ऑनलाइन ब्रेनवॉश किया था. कर्नाटक के उडुपी जिले के भटकल कस्बे का मूल निवासी शफी अरमार इन दिनों भारत के लिए आतंकवाद का सबसे बड़ा चेहरा बन चुका है.
सरकारी सूत्रों के अनुसार,शफी और उसका बड़ा भाई सुल्तान दस साल पहले इंडियन मुजाहिदीन के सरगना भाइयों रियाज भटकल और इकबाल भटकल के साथ पाकिस्तान भाग गए थे.लेकिन वहां अरमार भाइयों के भटकल बंधुओं से करोड़ों डॉलर के फंड को लेकर मतभेद हो गए थे. मार्च 2015 में सुल्तान अरमार की मौत के बाद उसकी जगह शफी अरमार ने ले ली. माना जा रहा है कि शफी का पूरा ध्यान भारत पर है. उसके द्वारा आने वाले दिनों में देश के लिए बड़ा आतंकी खतरा पैदा करने की आशंका जाहिर की गई है.
यह भी देखें
ईरान की संसद पर हमला, 7 की मौत एक आतंकी ने खुद को बम से उड़ाया
पाक में चीनी नागरिकों पर हमले , चीन ने पाक को चेताया