नई दिल्ली : भारत सरकार की ओर से की जा रही कोशिशें आखिर रंग लाई और अमेरिका ने यह मान लिया है कि कश्मीर में हो रहीं हिंसक घटनाएं आतंकी वारदात हैं. अमेरिका ने बुधवार को हिजबुल मुजाहिदीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन घोषित कर दिया. बता दें कि हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को अमेरिका दो माह पहले ही अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर चुका है.
गौरतलब है कि कश्मीर में भारत के खिलाफ छद्म युद्ध लड़ने के लिए 1989 में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने हिज्बुल मुजाहिदीन का गठन कराया था. लेकिन अब हिज्बुल मुजाहिदीन के अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन घोषित हो जाने से परिस्थितियां बदलेंगी. अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई पर मानवाधिकार संगठन सवाल नहीं उठा पाएंगे.
बता दें कि अमेरिका की इस कार्रवाई का असर यह पड़ेगा कि हिजबुल मुजाहिदीन के लिए अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर के नाम पर फंडिंग हासिल करना संभव नहीं होगा. इसके अलावा विदेश में उसके ऑफिस और खाते सील करने के साथ ही उसे मदद करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकेगी. अमेरिकी प्रतिबंधों से घिरे हिज्बुल की अमेरिका की संपत्ति तो जब्त हो ही गई है. अब अमेरिकी नागरिक पर हिजबुल के साथ किसी तरह के लेनदेन पर भी की रोक लग जाएगी.
यह भी देखें
हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर यासीन इट्टू मुठभेड़ में मारा गया
ओबामा के ट्विट को 30 लाख से ज्यादा लोगों ने किया लाईक