वाशिंगटन. अमेरिका के दो टॉप सीनेटर्स का मानना है कि भारत को ताकतवर बनाकर सिक्योरिटी के खतरे और पैसिफिक में चीन की बढ़ती मिलिट्री पावर को बैलेंस किया जा सकता है. उन्होंने ट्रम्प प्रशासन को लेटर लिख कर कहा है कि वह भारत को एफ-16 फाइटर्स प्लेन बेचने की प्रोसेस को आगे बढ़ाए.
वर्जीनिया के दो सीनेटर्स मार्क वॉर्नर और टेक्सास के जॉन कॉर्निन ने अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी जैम्स मैटिस और सेक्रेटरी ऑफ स्टेट रेक्स टिलरसन को ज्वाइंट लेटर लिखा है. इसमें लिखा है कि ट्रम्प प्रशासन को भारत से बातचीत के दौरान फाइटर जेट के मसले को प्राथमिकता देना चाहिए. भारत एयरक्राफ्ट के क्षेत्र में तरक्की के प्रयासों में जुटा हुआ है. यह बताया जा रहा है कि लॉकहीड कंपनी के एफ-16 और साब के ग्रिपन फाइटर प्लेन से इस कमी को पूरा कर सकते है.
दोनों सीनेटर्स के जॉइंट लेटर में अमेरिकी एयरफोर्स एफ-16 की खरीदी 1999 में बन्द कर चुकी है. भारत एफ-16 का बड़ा कस्टमर बन सकता है. यह डील नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के तहत कर सकता है. भारत देश रणनीतिक रूप से अमेरिकी एयरक्राफ्ट को ही अहमियत देगा. इस स्थिति में ट्रम्प प्रशासन बाइलेटरल बातचीत में इस डील को आगे बढ़ा सकता है.
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