वॉशिंगटन: राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए मुस्लिम बहुसंख्यक देशों पर ट्रैवल बैन को अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने भी समर्थन दिया है . मुद्दे पर ट्रंप ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए अपना रिऐक्शन 'वॉव' लिखकर जाहिर किया है. ट्रैम्प सरकार इसे एक बड़ी जीत के नजरिये से देख रही है. सुप्रीम कोर्ट के मंगलवार को आये फैसले के पहले इस ट्रैवल बैन को मुस्लिमों के खिलाफ एक गैरकानूनी प्रतिबंध बताकर इसकी आलोचना हो रही थी. विरोधो के बाद एक निचली अदालत ने पिछले साल सितंबर में ट्रंप के फैसले पर रोक लगा दी जिसे अब जाकर सुलझा लिया गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनौतीकर्ता यह साबित करने में असफल रहे कि यह बैन या तो अमेरिकी आव्रजन कानून या एक धर्म पर दूसरे धर्म को सरकारी तरजीह देने पर अमेरिकी संविधान के पहले संशोधन का उल्लंघन करता है. इस मामले में चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने कहा कि सरकार ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर पर्याप्त रूप से न्यायोचित साबित किया. उन्होंने आगे कहा कि इस नीति पर सुप्रीम कोर्ट का अपना कोई विचार नहीं है. इस फैसले ने अमेरिका में लोगों को प्रवेश करने पर राष्ट्रपति के विवेकाधिकार की पुष्टि की है. इसका मतलब यह है कि वर्तमान प्रतिबंध जारी रह सकता है और ट्रंप इसमें कुछ और देशों को जोड़ सकते हैं.
ट्रंप ने यह नियम इस्लामी आतंकवादियों के हमलों से देश की रक्षा के नजरिये से लिया था जिसके बाद पिछले साल सितंबर में ट्रैवल बैन के बाद इरान, लिबिया, सोमालिया, सीरिया और यमन के लोगों को देश में आने की अनुमति नहीं थी. मानवाधिकारवादी संगठनों ने इसके खिलाफ आवाज उठाते हुए कड़ी आलोचना की थी.
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