वाशिंगटन: चीन के अगले अमेरिकी राजदूत के तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नामित निकोलस बर्न्स ने कहा कि चीन हिमालयी सरहद पर भारत के खिलाफ हमेशा से आक्रामक रहा है और अमेरिका को चीन सरकार को नियमों का पालन नहीं करने की सूरत में जवाबदेह बनाना होगा.
बर्न्स ने चीन में अमेरिकी राजदूत के तौर पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान सीनेट की विदेश संबंधों से संबंधित समिति के सदस्यों से बुधवार को कहा कि चीन को जहां चुनौती देने की जरुरत है, अमेरिका उसे वहां चुनौती देगा. उन्होंने आगे कहा कि जब भी चीन अमेरिकी मूल्यों एवं हितों के विरुद्ध कदम उठाएगा, अमेरिका या उसके सहयोगियों की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न करेगा या नियम आधारित वैश्विक व्यवस्था को कमजोर करेगा, तो अमेरिका उसके खिलाफ सख्त कदम उठाएगा.
बर्न्स ने आगे कहा कि, ‘चीन हिमालयी बॉर्डर के पास भारत के विरुद्ध, दक्षिण चीन सागर में वियतनाम, फिलीपींस और अन्य के खिलाफ, पूर्वी चीन सागर में जापान के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रहा है. उसने ऑस्ट्रेलिया और लिथुआनिया को डराने-धमकाने का अभियान चालाया है.’ उन्होंने कहा कि, ‘हमारा विवादों के शांतिपूर्ण निराकरण का समर्थन करना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में यथास्थिति एवं स्थिरता को कमजोर करने वाली एकतरफा कार्रवाई का विरोध करना भी सही है.’
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