क्या आप भी करते है रात में मोबाइल यूज़, तो यह खबर है आपके लिए

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आजकल मोबाइल लोगों के हाथो से नहीं छूटता। मोबाइल का ज्यादा उपयोग हमारी आँखों के लिए बुरा है। लेकिन इसका उपयोग रात के अँधेरे में दस गुना बढ़ जाता है। शहर के हॉस्पिटल में आँखों के मरीज की संख्या बहुत बढ़ रही है इसमें युवा ज्यादा शामिल हैं।

यह कहना है आई स्पेशिलिस्ट वर्षा वैष्णव का। अँधेरे में मोबाइल का यूज़ से हमारी आँखे कन्फ्यूज्ड स्टेज में रहती हैं। रात में हमारी आँखों की पुतली की फ़ैल जाती है अगर ऐसे में हम मोबाइल चालू करते हैं तो आँखों की पुतली को फिर से सिकुड़न पड़ता है। हम जरा सी देर के लिए आँखे झपकते हैं तो पुतली फिर से फ़ैल जाती है इसी स्तिथि में आँखे कन्फ्यूज्ड रहती है। मोबाइल की लाइट सीधे आँखों पर पड़ती है जिससे बहुत नुकसान हो सकता है। इससे बचने के लिए कुछ सावधानी बरतें। कम रौशनी में आँखों को ज्यादा फोकस करना पड़ता है इनकी मसल्स पर अधिक ज़ोर पड़ता है।

इसके लक्षण - आँखों का जलना पलकों पर सूजन आना सर दर्द होना आँखों का लाल होना

# मोबाइल की स्क्रीन व फॉण्ट साइज बहुत छोटे होते हैं जिससे आपकी आँखों की मसल्स पर दबाव पड़ता है। और वो तनाव में रहती हैं।

# मोबाइल के लगातार उपयोग से आँखों का लुब्रीकेंट कम होता है ड्राई आँखों से आँखों की रौशनी कम हो सकती है। इससे इन्फेक्शन भी बढ़ता है।

# इसके लिए आप डिस्प्ले लाइट कम कर सकते हैं और एक छोटे लैंप का उपयोग कर सकते हैं।

# मोबाइल के उपयोग के दौरान आँखों को कई बार झपकाएं। इससे आप अपनी आँखों को स्वस्थ रख सकते हैं।

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