इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर के महू कांड (Mhow) को लेकर राज्य में जमकर राजनीति हो रही है। वही महू के डोंगर गांव में भेरूलाल के घर पहुंची मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने तक लोगों को इंतजार करना चाहिए था। पुलिस ने मज़बूरी में गोली चलाई है। एक निर्दोष शख्स मारा गया। इस निर्दोष की जान उन स्वार्थ लोगों की वजह से गई, जो हर घटना दुर्घटना में अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते है, मगर राजनीती स्वार्थ लोगों को धर्य रखने नहीं देता, जो लोग समाज में अजरकता फैलाने पर आमादा है।
आगे मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि ऐसे ही असामाजिक तत्वों ने थाने को घेरा है। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया। हर संभव सहायता पीड़ित परिवार को की जाएगी। उषा ठाकुर ने कहा कि यदि थाने का घेराव नहीं होता, लोग जो अभी अपराधी सिद्ध भी नहीं हुए उसको छुड़ाने की ज़िद नहीं करते, तो आज हमारा भेरूलाल जिंदा होता। रिपोर्ट में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
जानिए पूरा मामला:-
बता दें कि पूरा मामला महू के डोंगरगांव थाना इलाके का है, जहां एक आदिवासी लड़की की मौत पर जमकर हंगामा हुआ। मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने शव लेकर थाने के बाहर चक्काजाम किया था। परिजनों का आरोप है कि लकड़ी के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी। हत्या करने वाला पाटीदार समाज का युवक है। पुलिस उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर रही और उसे पुलिस ने थाने में बैठा कर रखा है। भीड़ लगातार अपराधी को सौंपने की मांग कर रही थी। जिसके बाद पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया कि वह कानून अपने हाथ में ना लें अपराधी को सजा कोर्ट देगी।
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