कानपुर: कोरोना महामारी के चलते देश भर में लॉक डाउन लागू है, ऐसे में देश के विभिन्न कोनों में फंसे लोग अपने घरों को लौट रहे है। जिनमे, बच्चे, बूढ़े, महिलाऐं सभी शामिल है। इनमे कुछ गर्भवती महिलाएं भी हैं, जो इस स्थिति में भी सफर करने को मजबूर हैं, लेकिन डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ भी ऐसे लोगों की मदद में जी जान से जुटा है। ऐसा ही एक मामला यूपी से सामने आया है।
दरअसल, यूपी में कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर मुसाफिरों की स्क्रीनिंग के लिए मौजूद डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ ने प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक महिला की डिलीवरी करवाई. यहां अचानक जब गर्भवती महिला के पेट में दर्द उठने लगा, तो महिला के चारों तरफ चादर तान करके एक घेरा बनाया गया और फिर स्टेशन पर ही डिलीवरी करवाई गई. अब महिला और नवजात को डफरिन अस्पताल में भर्ती किया गया है.
दरअसल रविवार को रात 9 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन मुसाफिरों को लेकर पहुंची थी. तब वहां मौके पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पतारा के डॉक्टरों की टीम सभी की स्क्रीनिंग के लिए तैनात थी. जब एक मजदुर की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो डॉक्टर कविता यादव ने मोर्चा संभाला और महिला की सुरक्षित डिलीवरी करवाई. महिला ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया. फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. आपको बता दें कि नवजात बच्ची की मां डॉक्टर कविता का आभार जता रहीं हैं. प्रसूता ने कहा कि वो अपनी बच्ची का नाम डॉक्टर के नाम पर कविता रखेंगी.
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