लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक माता-पिता ने जालसाजों पर अपनी बेटी को खाड़ी देश में बेच डालने का आरोप लगाया है। लड़की के पिता का शब्बीर खां का कहना है कि, जलने के कारण मेरी बेटी का चेहरा बिगड़ गया था, कुछ जालसाजों ने उसे इलाज का झांसा देकर अबूधाबी में बेच दिया। वहां उसे गुलाम बना कर रखा गया, विरोध करने पर उसे बच्चे की हत्या में फंसा दिया है। साहब.. उसे फांसी दे देंगे, उसे बचा लो।
रिपोर्ट के अनुसार, बांदा जिले के अंतर्गत आने वाले मटौंध क्षेत्र के बुजुर्ग शब्बीर खां प्रशासन से ये फरियाद कर रहे थे। यूपी पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज कर ली है। गोयरा मुगली गांव के शब्बीर ने रिपोर्ट में बताया है कि तीन बेटियों में 33 वर्षीय शहजादी सबसे छोटी है। आठ साल की आयु में वो आग में झुलस गई थी। पूरा बदन जल गया, तो चेहरा अच्छा नहीं रहा, शादी नहीं हो पाई। इसके इलाज की आस में वह जालसाजों के झांसे में आ गई। आगरा के तोपखाना नाई मंडी के रहने वाले उजैर ने उपचार का वादा करते टूरिस्ट वीजा बनवाकर 18 दिसंबर 2022 को उसे अबूधाबी में अपनी बुआ नाजिया और फूफा फैज के पास भेज दिया। नाजिया और फैज ने शहजादी का डोमेस्टिक वर्कर कार्ड बनवाकर उसे अबुधाबी में बंधक बना लिया। इस दौरान फैज के चार महीने के बच्चे की मौत हो गई, तो उसने कत्ल का इल्जाम शहजादी पर लगा दिया। अबुधाबी की कोर्ट ने शहजादी को मौत की सजा सुनाई है। शहजादी ने किसी तरह इसकी खबर अपने परिवार को दी।
शहजादी की मां नाजरा बेगम ने बताया कि पुलिस यदि आरोपितों उजैर, आगरा में प्रियांशु गार्डेन ई-ब्लॉक निवासी उसकी नानी अंजुन शहाना बेगम, उसके बेटे अबूधाबी में रहनेवाले फैज और बहू नाजिया पर दबाव डाले, तो शहजादी की जान बच सकती है। बेटी की जान बचाने के लिए फैज और नाजिया का माफीनामा ही सिर्फ एक रास्ता है। फ़िलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
'पति पसंद नहीं आया मुझे', सुहागरात और हनीमून पर जाने के बाद बोली पत्नी, थाने पहुंचा मामला