लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दलित दंपत्ति के साथ दुर्व्यवहार और धमकी देने के मामले में अमेठी में भारतीय युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शुभम सिंह और उनके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेठी पुलिस स्टेशन को भुसियांवा गांव के निवासी जगदीश कोरी से शिकायत मिली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि रात करीब 8:30 बजे। 25 अगस्त को, कांग्रेस नेता ने अपने साथियों बृजेंद्र सिंह, लोहा सिंह और कुछ अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ उन पर और उनकी पत्नी पर उस समय हमला किया, जब वे अमेठी से अपने आवास लौट रहे थे।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने कहा कि, 'तुम राशन लेकर मोदी को वोट देते हो,' और उसने उसका जवाब देते हुए कहा कि, 'मोदी देश के हीरो हैं और हम सभी का समर्थन कर रहे हैं।' इसके बाद कांग्रेस नेता शुभम सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले गाली-गलौज की और फिर हमला कर दिया। उन्होंने ऐलान किया कि, 'हम किसी तरह बचकर अमेठी नगर पहुंचे। जब लोग वहां इकट्ठा हुए तो हमारी जान बच गई। मारपीट करने वाले भी मौके से भाग गए।' पुलिस के मुताबिक, अमेठी पुलिस स्टेशन में शुभम सिंह और अन्य के खिलाफ धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर किसी का अपमान करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की गई है। अमेठी पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) अरुण द्विवेदी ने बताया कि मामले में FIR दर्ज होने के बाद फिलहाल आगे की जांच की जा रही है।
वहीं, शुभम सिंह ने भी भाजपा नेताओं के खिलाफ एक FIR दर्ज कराई है। भाजपा के दो नेताओं और आठ अन्य के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अमेठी के पुलिस अधीक्षक (SP) एलामारन के मुताबिक, कांग्रेस नेता के मामले में अमेठी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कर जांच की जा रही है और जिम्मेदार पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। अमेठी पुलिस स्टेशन में दिए गए उनके बयान के अनुसार, भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष सत्येन्द्र प्रताप सिंह, पार्टी के युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष विशु मिश्रा और 8 अन्य लोगों ने 25 अगस्त की रात को उनके साथ मारपीट की। लाठी-डंडों से हमला किया गया, जिससे काफी चोटें आईं है। हालांकि, भाजपा ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि शुभम सिंह द्वारा दर्ज की गई FIR कांग्रेस पार्टी की हताशा को दर्शाती है, जब उसने अपना गढ़ अमेठी खो दिया था। अमेठी जिला भाजपा अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि, 'हमारे दो कार्यकर्ताओं पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। घटना के वक्त वे अपना-अपना काम कर रहे थे। बेवजह उनका नाम जोड़ा गया। योगी सरकार में, उचित जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।'
बता दें कि, अमेठी कई दशकों से गांधी परिवार का गढ़ रहा है। संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी यहाँ से सांसद रह चुके हैं, हालाँकि, इसके बावजूद 2019 चुनावों में राहुल गांधी इस सीट से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार गए थे। हालाँकि, उस चुनाव में राहुल केरल की वायनाड सीट से भी लड़े थे, जहाँ से उन्हें जीत मिली थी। राहुल गांधी इन दिनों 'मोहब्बत की दूकान' खोलने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में ये देखने लायक होगा कि, अपनी पार्टी के नेताओं द्वारा एक दलित दंपत्ति की सरेआम पिटाई करने की घटना में क्या राहुल गांधी, उस पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे ? या क्या पार्टी नेता पर कोई एक्शन लेंगे ? क्या राहुल अमेठी में भी मोहब्बत की दूकान खोलेंगे ?