लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर के कर्नलगंज में 5 अगस्त को मिले शव की पहचान में पुलिस और परिवार वाले दोनों धोखा खा गए। जिसे दफनाने का दावा किया गया वह शुक्रवार देर रात जिन्दा घर वापस आ गया। जब परिजनों और पुलिस ने उसे देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है। SP पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने माना कि जिस अहमद नामक शख्स का शव माना जा रहा था वह जीवित घर लौट आया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
मूल रूप से चमनगंज के रहने वाले 39 वर्षीय अहमद हसन चकेरी के ओमपुरवा स्थित आजाद पार्क के पास अपने दूसरे मकान पत्नी नगमा और दो बच्चे के साथ रहते हैं। उनके साले जैद के अनुसार, वह एसी रिपेयरिंग का काम करते है। 2 अगस्त को झगड़ा कर घर छोड़ कर चले गए थे। दूसरे दिन चकेरी थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। 5 अगस्त को अनाथाश्रम के पास एक लावारिस शव पाए जाने की जानकारी मिली। परिवार के लोग पहुंचे और उसकी अहमद के रूप में शिनाख्त की। पोस्टमार्टम के बाद शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया। शुक्रवार रात अहमद खुद घर पहुंचा तो सभी हैरान रह गए।
परिवार के लोग उसे लेकर चकेरी थाने पहुंचे। अहमद ने पुलिस को अपने बारे में पूरी जानकारी दी। SP पश्चिम डॉ. अनिल कुमार का कहना है कि अहमद घर वापस आ गया है। उससे पूछताछ जारी है। कर्नलगंज में मिले शव की वापस शिनाख्त कराने की कोशिश की जाएगी। अभी यह नहीं पता कि अनाथाश्रम के पास मिला शव किसका था। दफनाए गए शव को निकालकर DNA जांच के लिए नमूना लिया जाएगा। भविष्य में यदि कोई दावा करता है तो DNA से मैच कर पुष्टि कराई जाएगी।
किसानों के लिए बड़ी खबर, रेल सुविधा के साथ मिल रहे ये फायदे
कोरोना की वैक्सीन बना रही अरबिंदो फार्मा, वित्त पोषण को मिली मंजूरी
100 अरब डॉलर के क्लब में शामिल Facebook के फाउंडर मार्क जकरबर्ग