फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में समुदाय विशेष के लोगों ने एक दलित युवक को आम की पत्ती तोड़ने पर पहले तो उसकी निर्दयता से धुनाई की. फिर उस दलित युवक पर सोने की चेन चोरी करने का आरोप लगाकर पुलिस ने प्रताड़ित करने की साजिश रची. इस सब से आहत होकर दलित युवक ने फांसी लगाकर खुसकुशी कर ली. यह घटना मलवा थाना क्षेत्र के अस्ता गांव से सामने आई है.
दलित युवक की ख़ुदकुशी की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया. मृतक की मां कलावती ने बताया कि उसका 28 वर्षीय बेटा धर्मपाल दिवाकर बकरी चराने जंगल गया था. तभी गांव के सलमान और नूर मोहम्मद ने उसके बेटे पर आम की पत्ती तोड़ने का इल्जाम लगाकर बेरहमी से पिटाई कर दी. युवक की मां ने बताया कि उसने विरोध कर बीच बचाव करना चाहा, तो बदमाशों ने उसे भी जाति सूचक शब्दो का इस्तेमाल कर गाली-गलौज की और यूपी-112 पर कॉल कर उसके बेटे पर सोने की चेन छीनने का झूठा आरोप लगा दिया. जिससे आहत होकर उसके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
मृतक के पिता ने जानकरी देते हुए बताया है कि गांव के नूर मोहम्मद और सलमान ने उसके बेटे पर आम की पत्ती तोड़ने का झूठा इल्जाम लगाकर जमीन पर पटक-पटककर निर्दयता से पीटा. फिर बाद में यूपी-112 पर फोन कर उसके बेटे पर सोने की चेन चुराने का झूठा आरोप लगाया. जब आरोपी पुलिस को लेकर उसके घर पर आए, तभी उसके बेटे ने दबंगो के उत्पीड़न से आहत होकर कमरे में फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली. बेटे के शव को फंदे पर लटकता देख पुलिस और आरोपी वहां से चले गए. फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर मुख्य दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
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