फिरोजाबाद. उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद ट्रामा सेंटर में अचानक लाइट जाने से ऑक्सीजन कंटेनर बंद हो गया. ऑक्सीजन ना मिलने की वजह से यहां एडमिट एक महिला की मौत हो गई. परिवारवालों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का इल्जाम लगाया है. बता दें कि ट्रामा सेंटर में 50-60 मरीज ऑक्सीजन बेड पर एडमिट हैं.
गुरुवार को यहां लगभग एक घंटे के लिए लाइट चली गई. मरीज लाइट ना होने के कारण यूं ही ऑक्सीजन के बिना तड़पते रहे. बिजली ना रहने से ऑक्सीजन कंटेनर बंद हो गए. ऑक्सीजन की आपूर्ति ना होने से एक महिला की मौत हो गई. महिला एटा के जलेसर की निवासी थी. मृतका के बेटे विनोद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वह डॉक्टर के पास गया तो डॉक्टर सिगरेट पीने में व्यस्त थे. उनके हाथ भी जोड़े तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया कि वो मां के उपचार के लिए एटा से आए हैं.
वहीं, जब इसकी खबर जिला अस्पताल के CMS आलोक शर्मा को लगी तो उन्होंने तत्काल जेनरेटर को चालू कराया, किन्तु तब तक एक महिला की सांसें थम चुकी थी. अब सवाल उठ रहा है कि जब ट्रामा सेंटर में जेनरेटर का प्रबंध है, तो फिर बिजली जाने के बाद भी जेनरेटर क्यों नहीं चलाया गया. फिलहाल इसमें कोई भी मेडिकल अफसर कुछ भी बोलने को राजी नहीं हैं.
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