लखनऊ: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. संक्रमण रोकने के लिए देश में लागू किए गए लॉकडाउन के चौथे चरण को ख़त्म होने में महज चंद रोज बाकी बचे हैं, किन्तु न तो कोरोना केस की बढ़ती तादाद पर लगाम लग पा रही है और ना ही विभिन्न राज्यों से अपने गृह राज्य लौट रहे प्रवासी मरीजों की तादाद में कमी आ रही है.
उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिक भी बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अपने गृह राज्य वापस आ रहे हैं. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी के मुताबिक, अब तक राज्य में 27 लाख मजदूर लौट आए हैं. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, अवस्थी ने दावा किया कि इन श्रमिकों को राज्य सरकार की तरफ से बगैर किसी शुल्क के ट्रेन और बस की सुविधा मुहैया कराई गई. अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि राज्य सरकार सभी प्रवासियों के सुरक्षित गृह राज्य वापस आने तक मुफ्त ट्रेन और बस सेवा को जारी रखेगी. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लौटे मुसाफिरों ने टिकट के पैसे लिए जाने के दावे किए थे, जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी.
श्रमिकों को घर वापस पहुंचाने के नाम पर बस पॉलिटिक्स भी हुई. कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने राज्य सरकार से श्रमिकों को घर तक पहुंचाने के लिए 1000 बसों के परिचालन की इजाजत मांगी थी, जिसके बाद 3-4 दिन तक लेटर वार चला था. कांग्रेस पार्टी मजदूरों के मसले पर लगातार आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए है.
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