लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आगरा में इमली वाली मस्जिद के बाहर रविवार (3 अप्रैल 2022) को सड़क पर नमाज पढ़ने पर हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति दर्ज कराइ है। संगठन की माँग थी कि नमाज सड़क पर नहीं, बल्कि मस्जिद के भीतर पढ़ी जाए। बता दें कि यह मस्जिद आगरा की गुड़ की मंडी में मौजूद है। दरअसल, हिंदू महासभा के जिला प्रमुख रौनक ठाकुर ने इस मामले में मीडिया से बात करते हुए बताया है कि मुस्लिम समुदाय नमाज के वक़्त दुकानों को चलने नहीं देता है।
उन्होंने दावा किया कि मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क ब्लॉक कर देते हैं, जिसके कारण एम्बुलेंस जैसे आपातकालीन वाहन अमूमन फँस जाते हैं। उन्होंने कहा कि, 'दुकानदारों को अपनी दुकानें जल्दी बंद करनी पड़ती हैं और अपने वाहनों को सड़क से दूर ले जाना पड़ता है। यदि किसी का वाहन वक़्त पर नहीं हटाया जाता है तो वे पुलिस को फोन कर दुकानदार का चालान करवा देते हैं।' रौनक ठाकुर ने आगे कहा कि जब पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे, तो उन्होंने उनसे विरोध-प्रदर्शन रोकने का अनुरोध किया और मुस्लिम समुदाय से यातायात की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सड़क का एक हिस्सा खोलने को कहा।
रौनक ठाकुर का कहना है कि, 'हम उन्हें नमाज पढ़ने देने के लिए सहमत हैं, मगर शर्त यह होगी कि सड़क का एक हिस्सा खुला रहे। हमारे कार्यकर्ता शाम को स्थिति की जाँच करेंगे और अगर वे उन शर्तों का पालन नहीं करते हैं, तो हम वापस विरोध करेंगे। हम उन्हें सार्वजनिक स्थान पर कब्जा करने, दुकानदारों और यात्रियों को असुविधा पैदा करने की इजाजत नहीं दे सकते।' हिंदू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने सवाल किया कि जब सड़क पर नमाज पढ़ी जा सकती है तो उन्हें हनुमान चालीसा का पाठ करने की इजाजत क्यों नहीं दी गई। इस मुद्दे पर, SP सिटी विकास कुमार का कहना है कि स्थिति काबू में है और मामले को सुलझा लिया गया है।
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