लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक दुस्साहिक वारदात को अंजाम देते हुए कातिलों ने कोर्ट कैंपस के अंदर एक वकील को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। वकील की लाश कोर्ट की तीसरी मंजिल से बरामद हुई है। हत्या के बाद कातिल घटनास्थल पर देसी पिस्टल फेंककर फरार हो गए। इस घटना ने पूरे जिले में सनसनी फ़ैल गई है। घटना की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल के साथ डीएम-एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक, शाहजहांपुर के ईदगाह मोहल्ले के निवासी अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह ( उम्र 36 वर्ष) ने दो साल पहले ही कोर्ट में वकालत शुरू की थी। इससे पहले वे टीचिंंग का काम करते थे। सोमवार को भूपेंद्र सिंह का शव अदालत की तीसरी मंजिल पर मिला। बताया जा रहा है भूपेंन्द्र तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रूम में दस्तावेज़ चेक करने गए थे। यहां पर अधिक लोगों की आवाजाही नहीं रहती है। दोपहर लगभग सवा 12 बजे हमलावरों ने भूपेंद्र पर तमंचे से गोली मारी दी और भाग गए। उन्हें पीछे से गोली मारी गई है।
बताते हैं कि भूपेंद्र पर भी 18 केस दर्ज थे। कोर्ट कैंपस में गोली चलने से हड़कंप मच गया। तमाम वकील पर दौड़कर मौके पर पहुंचे। भूपेंद्र सिंह खून से लथपथ गैलरी में पड़े हुए थे। उनकी सांसें थम चुकी थीं। शव से कुछ दूरी पर 315 बोर का तमंचा पड़ा हुआ था। पुलिस ने फौरन कचहरी के गेटों की नाकाबंदी कराकर तलाशी ली, लेकिन नतीजा शून्य रहा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया है। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह और पुलिस अधीक्षक एस आनंद भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली। वकीलों से पूछताछ भी की।
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