लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी स्थित जिला अस्पताल में रूमाल और गमछा लगाकर अस्पताल में प्रवेश करने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को वापस लौटाया जा रहा है, जिससे मरीजों और उनके तीमारदारों की समस्या बढ़ गई है. इससे जिला अस्पताल में मास्क की अनिवार्यता को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
तीमारदारों ने मीडिया को बताया कि मास्क नहीं होने के कारण वे जिला अस्पताल में बीमार को लेकर गमछा और रूमाल लगाकर जाते हैं, किन्तु अस्पताल प्रशासन की ओर से उन्हें वापस घर भेज दिया जाता है. लोगों ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए पीएम मोदी गमछे या फिर रूमाल का इस्तेमाल करने की बात कह चुके हैं, किन्तु फिर भी अस्पताल प्रशासन नहीं मान रहा है.
इस संबंध में जब लखीमपुर खीरी जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आरसी अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि ज्यादातर लोग गमछा और रूमाल बाहर से लगाकर जाते हैं, किन्तु अस्पताल परिसर में उसे उतार देते हैं. इससे लोगों में संक्रमण का खतरा फैलने का जोखिम रहता है. इसलिए मास्क अनिवार्य किया गया है।
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