लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भी 'कर्मवीर' अपना फ़र्ज़ अदा कर रहे हैं। डॉक्टर्स मरीजों का उपचार कर रहे हैं, सफाईकर्मी साफ-सफाई में लगे हैं, पुलिसकर्मी सुरक्षा कर रही हैं और सेनेटाइजेशन की जिम्मेदारी भी पूरी ईमानदारी के साथ निभाई जा रही है। दरअसल, प्रयास यह है कि किसी तरह से इस भयानक महामारी पर नियंत्रण पा लिया जाए। इसके बाद भी इन कर्मवीरों की उपेक्षा हो रही है। कुछ जगहों पर इनके साथ मारपीट की गई तो कहीं, बदसलूकी की गई। ताजा मामला है उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से सामने आया है, जहां सेनेटाइजेशन करने गए एक युवक को सेनेटाइजर पिलाकर मौत के घाट उतार दिया गया।
रामपुर के अंतर्गत आने वाले मोतीपुरा गांव में कोरोना के खतरे के बीच सेनेटाइजेशन करने गए युवक का स्थानीय लोगों से कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद कुछ दबंग युवकों ने उसे जबरदस्ती सेनेटाइजर पिला दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि 14 अप्रैल को गांव का कुंवरपाल अपने साथी के साथ पेमपुर गांव में सेनेटाइजेशन का काम कर रहा था। इसी बीच वह गांव के इंद्रपाल कुंवरपाल के पास पहुंच गया। छिड़काव के दौरान इंद्रपाल पर सेनेटाइजर की कुछ बूंदें गिर गईं। इंद्रपाल को इस बात पर गुस्सा आ गया और वह कुंवरपाल से हाथापाई करने लगा। कुंवरपाल का पहले मुंह दबाया गया, फिर सेनेटाइजर पिला दिया गया।
इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। एएसपी अरुण कुमार कहते हैं, 'मृतक के भाई ने हमें घटना के सम्बन्ध में सूचना दी। उसने आरोप लगाया है कि जब मृतक 14 अप्रैल को मोतीपुरा गांव में सेनेटाइजेशन करने गया था, तो कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे पीटा था। स्थानीय लोगों ने युवक को रामपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से चिकित्सकों ने रिफर कर दिया। फिर उसे मुरादाबाद जिले के टीएमयू अस्पताल में एडमिट कराया गया। 17 अप्रैल को उसकी मृत्यु हो गई।'
टिक टॉक पर नहीं मिल रहे थे लाइक्स तो युवक ने लगा ली फांसी
लॉकडाउन के चलते रिश्तेदार के यहाँ फंसे व्यक्ति ने लगाई फांसी
लॉकडाउन के बीच घर में घुसकर दृष्टिहीन महिला संग हुआ रेप