लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कड़ी हिदायत का अधिकारियों पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है. इंदिरा भवन और जवाहर भवन में कोई भी अधिकारी सुबह 9 बजे नहीं दिखाई दिया. इन दोनों सरकारी भवनों में 70 से ज्यादा अहम् विभागों के कार्यालय हैं. साढ़े दस बजे मुश्किल से 10-12 अफसरों की गाड़ियां पहुंची.
सीएम योगी के फरमान के बाद भी लेट लतीफी से आने के प्रश्न का उत्तर देने से अधिकारी बचते नजर आए. मीडिया का कैमरा देखकर कई अधिकारी रूके ही नहीं या फिर बोलने से ही इंकार कर दिया. कई अधिकारी पीछे के रास्ते से भाग निकले. विशेष बात है कि इसमें निदेशक, सचिव से लेकर कई बड़े अधिकारी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने सख्त लहजे में अधिकारियों से हर हाल में सुबह 9 बजे तक कार्यालय पहुंचने का आदेश दिया था. साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर अगर अधिकारी नहीं सुधरते हैं और वक़्त पर कार्यालय नहीं आते हैं, तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी और वेतन भी काटा जाएगा.
दरअसल, कुछ दिन पूर्व सीएम योगी ने अधिकारियों को सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक कार्यालय में जनता दरबार लगाने के लिए कहा था. हालांकि कई अधिकारियों पर अब भी योगी आदित्यनाथ के फरमान का प्रभाव नहीं पड़ रहा है. कई अधिकारी अब भी सुबह 9 बजे कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं.
'जय श्री राम' के नारों के साथ करेंगे टीएमसी का स्वागत- भाजपा
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, क्या निकल पाएगा चमकी बुखार का सामाधान ?
लाहौर में स्थापित हुई महराजा रणजीत सिंह की आदमकद प्रतिमा, जानिए क्या है विशेषता