लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। रविवार को वोटर बनने का आखिरी दिन था। कानपुर के सहायक जिला चुनाव अधिकारी वीके श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया है कि मतदाता बनने का समय समाप्त हो गया है। 22 जनवरी को फाइनल वोटर लिस्ट प्रकाशित की जाएगी। अभी आए सभी आवेदन का रिव्यु करके नाम जोड़े व हटाए जाएंगे। सभी आवेदनों का वेरीफिकेशन किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि आरक्षण को लेकर समिति लगातार सर्वे व रिव्यु करा रही है। फरवरी में उसका भी ऐलान किया जाएगा। यदि स्थितियां सही रहीं तो मार्च में चुनाव कराया जाना प्रस्तावित है। उसकी तैयारियां जोर शोर से हो रही हैं। पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि 10 जनवरी को इस बाबत एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ़ किया जिला पंचायतों का आरक्षण राज्य मुख्यालय से तय होता रहा है और इस बार भी ऐसे ही होगा बाकी ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत की सीटों का आरक्षण जिला मुख्यालय से ही निर्धारित किया जाएगा।
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इस संबंध में शासनादेश जारी किया जाएगा, आरक्षण की प्रक्रिया के लिए अभी वक़्त है। उन्होंने बताया कि 15 मार्च से अप्रैल के पहले हफ्ते के बीच यूपी में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव करवा लिए जाएंगे। पंचायतीराज विभाग इसी समय सीमा के आधार पर अपनी तैयारियों को पूरा करने में लगा हुआ है। परिसीमन पूरा होने के बाद आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया संपन्न की जाएगी।
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