प्रयागराज: देश में अलग अलग प्रदेशों में परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं और इनके लिए कई स्थानों से परीक्षार्थी आते हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा उजागर होने पर खलबली मच गई है। बता दें कि फिजिकल टेस्ट के दौरान जिन अभ्यर्थियों के अंगूठे के निशान बायोमीट्रिक मशीन पर मैच नहीं कर रहे हैं, उनकी सूची पुलिस भर्ती बोर्ड लखनऊ को भेज दी गई है। इसके अलावा बता दें कि प्रयागराज मंडल के अब तक ऐसे करीब डेढ़ सौ अभ्यर्थी सामने आए हैं। इन्हें भर्ती बोर्ड का निर्देश आने तक प्रतीक्षा में डाल दिया गया है।
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वहीं शक है कि इनकी जगह साल्वरों ने लिखित परीक्षा दी है। उत्तर प्रदेश पुलिस में 41,560 सिपाहियों की भर्ती के लिए अगस्त 2018 में परीक्षा हुई थी। वहीं पेपर लीक होने का मामला उठने पर दूसरी पाली की परीक्षा नवंबर में हुई। इसमें सॉल्वर न बैठ पाएं, इसके लिए अभ्यर्थियों का लिखित परीक्षा में थंब इंप्रेशन बायोमीट्रिक मशीन पर लिया गया था। इसके साथ ही बता दें कि चार दिसंबर को परिणाम आने के बाद फिजिकल टेस्ट शुरू हुआ। अंगूठे का निशान मिलाया गया तो करीब डेढ़ सौ अभ्यर्थियों के अंगूठे के निशान मैच नहीं करने से असमंजस की स्थिति बन गई है।
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गौरतलब है कि अब भर्ती बोर्ड के निर्णय के बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी। प्रयागराज बना यूपी-बिहार के सॉल्वरों का ठिकाना एसटीएफ ने परीक्षा के दौरान नैनी से सात साल्वरों को गिरफ्तार कर दर्जनों अभ्यर्थियों से लाखों रुपये एडवांस लेने के मामले से पर्दा उठाया था। इसके अलावा एलटी ग्रेड परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग के सरगना समेत 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
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