नई दिल्ली: सेवानिवृत्त IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर को लखनऊ पुलिस ने SIT की एक रिपोर्ट के आधार पर अरेस्ट किया है, जिसमें उन्हें दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद अतुल राय को बचाने की साजिश रचने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है. दिल्ली में शीर्ष अदालत के बाहर आत्मदाह की कोशिश करने के कुछ दिनों बाद कथित दुष्कर्म पीड़िता की इस हफ्ते की शुरूआत में मौत हो गई थी. उसके साथी, जिसने खुद को भी आत्मदाह कर लिया था, उसकी भी मौत हो गई है.
भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2021
भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है. एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/o7OG4XRAMy
ठाकुर ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध करने का प्रयास किया, किन्तु पुलिस ने उन्हें एक पुलिस जीप में बांध दिया और हजरतगंज पुलिस स्टेशन ले गए. शुक्रवार को अपनी गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले, रिटायर्ड IPS अधिकारी ने ऐलान किया था कि वह अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बना रहे हैं. ठाकुर ने यह भी कहा कि वह गोरखपुर से सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे.
शिकायतकर्ता और उसके साथी ने 16 अगस्त को पुलिस और ठाकुर, SSP अमित पाठक और एक जज समेत अन्य अधिकारियों पर उनके खिलाफ साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाकर शीर्ष अदालत के बाहर खुद को आग लगा ली थी. महिला ने एक मई 2019 को अतुल राय के खिलाफ लंका थाने में बलात्कार का मामला दर्ज कराया था.
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