मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कंकरखेड़ा थाना के अंतर्गत आने वाले सिंधावाली गाँव से 31 मई 2020 को एक 15 वर्षीय लड़की लापता होती है। लड़की के परिवार वाले गाँव के ही शाकिब पर उसके अपहरण का आरोप लगाते हैं। 5 महीने से अधिक समय तक लड़की का कुछ अता-पता नहीं चलता है। दो समुदायों के बीच मामला होने की वजह से हिंदू संगठनों ने पुलिस पर तेजी से कार्रवाई करने और अपहृत की गई लड़की को शाकिब के चंगुल से छुड़ाने का दबाव भी बनाया।
इस बीच कंकरखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर और SOG प्रभारी वरुण शर्मा की टीम ने शाकिब को अरेस्ट कर लिया। यह गिरफ्तारी तब हुई, जब आरोपित शाकिब अपहृत की गई लड़की को लेकर दिल्ली जाने की फिराक में था। शाकिब के कब्ज़े से लड़की रेस्क्यू कर ली गई है। पुलिस की पूछताछ में आरोपित शाकिब ने लड़की को बागपत में एक ईंट भट्ठे पर बंधक बनाकर रखने की बात कबूल की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किडनैप की गई लड़की के साथ शाकिब ने दुष्कर्म भी किया है। कंकरखेड़ा थाना प्रभारी के मुताबिक, किशोरी को मेडिकल जाँच के लिए भेजा गया है।
इस मामले में लेटलतीफी होने पर हिंदू जागरण मंच और अपहृत की गई किशोरी के परिजनों ने कंकरखेड़ा थाने के बाहर 28 अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन भी दिया था। बात SSP तक पहुँचने पर इस मामले के लिए एक SIT गठित कर इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया और उनके नेतृत्व में ही आरोपित को गिरफ्तार कर अपहृत किशोरी को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया।
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